आज हम बात करने वाले हैं दुनिया के सबसे बड़े search engine कहे जाने वाले गूगल के बारे में, गूगल के इतिहास के बारे में, गूगल से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
history of Google in Hindi |
google क्या है ( गूगल १ सर्च इंजन है ) यह तो सबको पता है पर क्या आपको गूगल के इतिहास के बारेमे पता है ? गूगल की स्थापना कब हुई थी ? गूगल की स्थापना किसने की थी ? गूगल के फाउंडर कौन है ( founder of Google ) ? इन सब के बारे में आज मैं आपको बताने वाला हूं.
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर गूगल इतनी बड़ी कंपनी कैसे बना तो आप इस लेख को पूरे होने तक जरूर पढ़ना. तो चलिए शुरू करते हैं.
History of Google in Hindi – गूगल का इतिहास
4 September 1998 मैं गूगल कंपनी की स्थापना हुई थी. क्या आपको पता है कि गूगल कंपनी की स्थापना किसने की थी ( founders of Google in Hindi ) ?
Larry page और Sergey Brin ने गूगल कंपनी की स्थापना की थी. यह दोनों गूगल के फाउंडर है. Larry page के माता और पिता दोनों ही एक यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस पढ़ाते थे. इसी की वजह से लैरी पेज के घर पर कंप्यूटर से संबंधित किताबें और साधन सामग्री पड़ी रहती थी और उस वजह से लैरी पेज का कंप्यूटर के प्रति आकर्षण बढ़ गया.
Sergey Brin के पिता mathematics के professor थे और माता NASA में Researcher थी. Larry page और Sergey Brin एक दूसरे से Stanford university में पहली बार मिले थे. और वही सही उन दोनों ने गूगल की शुरुआत की थी.
Larry page और Sergey Brin सर्च इंजिन बना रहे थे तब उन्होंने उनका नाम Backrub रखा था. और बाद में जाकर उन्होंने उस सर्च इंजिन का नाम google रख लिया.
Google शब्द Googol नाम के शब्द के ऊपर से रखा गया है. googol शब्द की गलत स्पेलिंग से उस सर्च इंजन का नाम google रखा गया. googol शब्द का मतलब है कि एक के पीछ सो 0 (hundred zero after 1).
क्या अपने यह पढ़ा : Search engine क्या है और कैसे कम करता है
वह दोनों मिलकर एक ऐसा सर्च इंजन बनाना चाहते थे कि जिससे लोगों को बहुत सारी जानकारियां मिल सके और इस वजह से वह उस सर्च इंजन का नाम googol रखना चाहते थे पर गलत स्पेलिंग की वजह से उसका नाम google हो गया.
शुरुआत में गूगल वेबसाइट स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक वेबसाइट के अंतर्गत google.standford.edu के नाम से चलती थी. और आगे जाकर फिर 15 September 1997 मैं गूगल ने अपना खुद का domain Google.com Resister करा.
इस कंपनी की शुरुआत 4th सितंबर 1997 में Larry page और Sergey Brin ने Susan wojcicki नामक एक लड़की के गैराज से की थी. Susan Google company की पहली कर्मचारी थी और अब वह Youtube की CEO है.
Google का हेड क्वार्टर mountain view, colifornia मैं है और उसे googleplex के नाम से भी जानते हैं और रोचक की बात यह थी कि उस समय मार्केट में Yahoo सर्च इंजन बड़ा popular था और सारे लोग उसी का इस्तेमाल कर रहे थे.
एक बार गूगल के फाउंडर Larry page और Sergey Brin गूगल के सर्च इंजन एल्गोरिथ्म को 1 million डॉलर में बेचने के लिए Yahoo के पास गए. क्योंकि उस समय उन्हें ऐसा लगता था कि उन्हें बिजनेस नहीं करना चाहिए और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अपनी हो रही पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए.
पर yahoo कंपनी ने गूगल को खरीदने का वह offer ठुकरा दिया. 2002 में yahoo को एक बार फिर से गूगल को खरीदने का मौका मिला 5 Billion डॉलर में पर yahoo 3 billion डॉलर से ज्यादा देने को तैयार नहीं था. इसी वजह से उन्होंने गूगल को नहीं खरीदा. और यह गलती Yahoo की सबसे बड़ी गलती साबित हुई. क्योंकि आज उस गूगल कंपनी की संपत्ति 800 Billion डॉलर से भी ज्यादा है और दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सर्च इंजन है.
गूगल सर्च इंजन की बढ़ती popularity की वजह से लोग गूगल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिए थे और yahoo का इस्तेमाल कम होने लगा था.
गूगल को सबसे पहली funding sun microsystems के co-founder के द्वारा 100000 डॉलर की मिली थी.
और उसके बाद 1998 में amazon.com के फाउंडर जैफ बेजॉस ने और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साइंस प्रोफेसर ने भी गूगल मैं निवेश किया.
19 August 2004 में गूगल ने पहली बार सार्वजनिक स्टॉक एक्सचेंज में अपनी कंपनी को पब्लिक किया. यानी कि अब कोई भी इस कंपनी के शेयर को खरीद सकता था और उस कंपनी का हिस्सेदार बन सकता था.
गूगल एक सर्च इंजन होने के साथ-साथ Advertisement का भी एक platform है जोकि गूगल की कुल आमदनी का मुख्य स्त्रोत है.
April 2003 मैं गूगल ने Applied semantics नामक एक कंपनी को खरीदा और वह कंपनी ऑनलाइन प्रचार से संबंधित सॉफ्टवेयर बनाने में माहिर थी. Google Adsense टेक्नोलॉजी भी applied semantics के द्वारा ही बनाई गई थी.
July 2005 मैं गूगल ने दुनिया के सबसे अधिक मोबाइल में use होने वाले Operating system (OS) android को 50 million डॉलर में खरीद लिया. फिर 13 November 2006 मैं गूगल ने YouTube को 1.65 बिलीयन डॉलर में खरीद लिया. जोकि आज दुनिया की नंबर वन वीडियो शेयरिंग वेबसाइट है. ऐसे ही गूगल ने दुनिया की कहीं और कंपनियों को भी खरीदा है.
Google के softwares :
YouTube, Chrome, Google drive, Google contact, play store, Google classroom, Google Adsense and adwords, Google news, Google assistant, Google admin, Google pay (Tez), Google map जैसे कई सॉफ्टवेयर गूगल के हे. और हम इन सभी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल अपनी रोज ब रोज की प्रक्रिया में करते हैं.
यह भी पढ़े : google drive क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करे
August 2015 मैं गूगल ने यह घोषणा की कि वह अपने सारे बिजनेस को एक नई कंपनी Alphabet के नाम से चलाएंगे. यह कंपनी 2 अक्टूबर 2015 अस्तित्व में आई ओर यह गूगल की parent कंपनी है. जिसमें Larry page CEO है और Sergey brin प्रेसिडेंट है. जिसमे इस समय 80000 से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं.
जिस समय Larry page ने गूगल का CEO का पद छोड़कर Alphabet का CEO का पद संभाला उसी समय गूगल के नए CEO भारत के सुंदर पिचाई बने.
आज सुंदर पिचाई Alphabet के भी CEO है.
गूगल के parent कंपनी alphabet ने इलेक्ट्रिक कार को भी बनाया है जिसे बिना ड्राइवर के भी चलाया जा सके और alphabet ने उस कार की Testing भी की है. आने वाले कुछ सालों में ऐसे ही कार हमें सड़कों पर चलती दिखाई देगी.
2010 में गूगल ने अपना खुद का मोबाइल Nexus one को लांच किया. ज्यादातर मोबाइल में Android operating system होती है और यह गूगल का operating system है इसी की वजह से उन सभी मोबाइल में गूगल के सॉफ्टवेयर पहले से ही install हुए होते हैं.
गूगल के द्वारा बनाया गया हर सॉफ्टवेयर हमारे लिए काम का होता है. और उनमें से Youtube तो कमाल का सॉफ्टवेयर है. यूट्यूब की वजह से लाखों-करोड़ों विद्यार्थी ऑनलाइन एजुकेशन ले पा रहे हैं. लोग videos बनाकर उसे youtube पर upload करके earning भी करते हैं.
YouTube मेरा सबसे फेवरेट सॉफ्टवेयर है. गूगल के द्वारा बनाया गया ऐसा कौन सा सॉफ्टवेयर है जो आपको सबसे ज्यादा पसंद है ? हमें कमेंट के जरिए जरूर बताना.
Conclusion :
आज किस लेख में हमने गूगल के इतिहास के बारे में ( History of Google in Hindi ), गूगल से जुड़ी कुछ रोचक बातें के बारे में भी बात की. और जाना कि आखिर कैसे एक छोटे से गैरेज से शुरू होने वाली एक वेबसाइट आज इतनी बड़ी कंपनी बन गई है.
पूरी दुनिया में करोड़ों लोग गूगल के बनाए गए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं. महज कुछ सालों के अंदर ही गूगल ने इंटरनेट की दुनिया में अपना नाम बना लिया.
अगर आपको यह लेख पसंद आया हो और इसे पढ़ने में मजा आया हो तो इसे अपने दोस्तों को भी जरूर शेयर करें ताकि वह भी उनके बारे में जान सके और अगर आप इसी तरह के लेख पढ़ना पसंद करते हैं और टेक्नोलॉजी, एजुकेशन से संबंधित जानकारियां पाना चाहते हैं तो आप हमारे इस Blog को Follow कर सकते हैं. धन्यवाद.