(NRC) क्या हैं?
वर्ष 1951 में, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर, NRC से असम के सभी अवैध अप्रवासियों की पहचान की गयी थी। जब से इसे असम में लागू किया गया था, तब से इसके राष्ट्रव्यापी कार्यान्वयन की मांग बढ़ रही थी। अब, सरकार के कई शीर्ष मंत्री जैसे गृह मंत्री अमित शाह सहित नेताओं ने प्रस्ताव दिया है कि असम में लागु NRC को पुरे देश में लागू किया जाए।
ऐसे में सरकार को इसपर एक कानून लाने का सुझाव दिया गया, जो सरकार को ऐसे लोगों की पहचान करने में मदद करेगा जो भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं और उन्हें वहां भेज दें, जहां से वे आएं हैं। कोई अपनी नागरिकता कैसे साबित कर सकता हैं?(How does one prove citizenship?)
असम में, नागरिकता साबित करने के लिए बुनियादी मानदंडों में से एक यह था कि आवेदक के परिवार के सदस्यों का नाम या तो 1951 में तैयार पहले एनआरसी में होना चाहिए या 24 मार्च, 1971 तक मतदाता सूची में होना चाहिए।
इसके अलावा, लोगों के पास शरणार्थी पंजीकरण प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, एलआईसी पॉलिसी, भूमि या किरायेदारी रिकॉर्ड, नागरिकता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, सरकार द्वारा जारी लाइसेंस या प्रमाण पत्र, बैंक या डाकघर खाते, स्थायी आवासीय प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र और अदालत के रिकॉर्ड, सरकारी रोजगार प्रमाण पत्र, जैसे दस्तावेज पेश करने का विकल्प भी था
NRC Full Form | Meaning
NRC Full Form नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़न्स (NRC) National Register of Citizens (NRC) है उन सभी भारतीय नागरिकों का एक रजिस्टर है जिनकी रचना नागरिकता अधिनियम, 1955 के 2003 के संशोधन द्वारा अनिवार्य है।
इसका उद्देश्य भारत के सभी कानूनी नागरिकों को दस्तावेज देना है ताकि अवैध अप्रवासियों की पहचान की जा सके निर्वासित। यह 2013-2014 में असम राज्य के लिए लागू किया गया है। भारत सरकार की योजना 2021 में देश के बाकी हिस्सों में इसे लागू करने की है
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Conclution
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है NRC के बारे में NRC कैसे कार्य करता है और NRC का पूरा नाम क्या है और NRC की फुल फॉर्म क्या होती है यह सभी जानकारी आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको दी हैं यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आता है तो प्लीज आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें धन्यवाद वंदे मातरम