OTP का मतलब क्या होता है, ओटीपी को हिंदी में क्या कहते है? OTP full form in Hindi | दोस्तों आज इस article में हम OTP से जुड़ी पूरी जानकारी आपको देने वाले हैं और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके मन में ओटीपी से जुड़े कोई भी सवाल नहीं रहेंगे. यहां पर हम आपको ओटीपी की सभी जानकारी सरल भाषा में देने की और समझाने की पूरी कोशिश करेंगे क्योंकि जानकारी देना तो हमारा काम है और उसे आसानी से समझाना भी हमारे काम का एक बहुत बड़ा हिस्सा है.
आप में से बहुत लोगों ने कभी ना कभी तो OTP का उपयोग जरूर किया होगा और आपको यह भी पता होगा कि हमें ओटीपी क्यों आता है और कब आता है. इस आर्टिकल में, हम उसे पूरी तरह से समझने की कोशिश करेंगे. आज लगभग सभी लोग इंटरनेट का उपयोग करते हैं. लोग अपनी कामो को आसान बनाने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं फिर चाहे उन्हें अपने मोबाइल का रिचार्ज भी क्यों ना करना हो, online shopping करनी हो, पैसे की लेन-देन करनी हो, किसी website की service लेनी है, इत्यादि.
तो आपने यह तो जरूर notice किया होगा कि जब आप किसी website या फिर application में अपना account बनाते हैं तो उनमें से ज्यादातर apps या websites में successfully account create करने के लिए OTP की मांग की जाती है और वह ओटीपी, आपने अकाउंट बनाते समय जो भी mobile number enter किया होगा उस नंबर पर SMS के द्वारा भेजा जाता है या फिर अगर आपने Emil ID की मदद से account create किया होगा तो आपके ईमेल पर ओटीपी भेजा गया होगा. जब आप वह OTP enter करते हैं तभी आप अपना अकाउंट successfully बना सकते हैं, उसे verify कर सकते हैं. इसी के साथ-साथ जब भी आप कोई online transaction करते हैं, अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के जरिए तो उस ट्रांजैक्शन को पूरा करने के लिए अंत में आपको ओटीपी डालना पड़ता है जोकि आपके बैंक अकाउंट के साथ registered mobile number पर भेजा गया होता है. तभी आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
पर आखिर इन सब चीजों की जरूरत क्यों पड़ती है? ओटीपी का उपयोग क्यों किया जाता है और क्यों ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय ओटीपी की मांग की जाती है. तो चलिए सभी के बारे में हम एक-एक करके जानते हैं.
तो चलिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि ओटीपी क्या होता है (OTP meaning in Hindi) उसके बाद हम ओटीपी का फुल फॉर्म क्या होता है (OTP full form in Hindi) ओटीपी का उपयोग क्यों किया जाता है और ओटीपी के फायदे क्या है इस विषय के बारे में चर्चा करेंगे.
OTP क्या होता है – What is OTP in Hindi
दोस्तों OTP एक security code होता है जो कि सामान्य तौर पर 6 डिजिट या फिर 4 डिजिट का होता है. और इसका उपयोग हम किसी वेबसाइट या फिर एप्लीकेशन में अपना अकाउंट बनाने के लिए और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय, वह transaction successfully पूरा करने के लिए करते हैं.
आजकल लगभग सभी websites जैसे कि e-commerce websites, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने वाली वेबसाइट, Banking websites, social websites, government websites और ऐसी वेबसाइट या एप्लीकेशन जिसकी services लेने के लिए user को अपना अकाउंट बनाना पड़ता है, तो वहां पर ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है. और यह इसीलिए होता है ताकि आपका अकाउंट सुरक्षित रह सके और यह सुनिश्चित कर सके कि यह आपका ही अकाउंट है. मतलब कि अकाउंट वेरीफाई करने के लिए भी ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है.
अगर आप ऑनलाइन चीजें खरीदते हैं, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं, तो आपने ओटीपी का इस्तेमाल तो किया ही होगा क्योकि बिना ओटीपी के तो वह ट्रांजैक्शन पूरा हो ही नहीं सकता. इसमें आपके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज सेंड किया जाता है जिसमें 4, 6 या 8 अंको का ओटीपी दिया गया होता है. और यही ओटीपी आपको ट्रांजैक्शन करते समय डालना होता है.
तो अब आपको पता चल गया होगा की OTP क्या होता है (ओटीपी का मतलब क्या होता है). पर क्या आप जानते हैं ओटीपी का फुल फॉर्म क्या है, ओटीपी को हिंदी में क्या कहते है? अगर नहीं तो चलिए इसके बारे में जानते हैं.
OTP full form in Hindi
OTP का full form “One Time Password” होता है. यह एक तरह का पासवर्ड ही होता है. इस पासवर्ड का उपयोग केवल एक बार ही किया जाता है और आपको इस ओटीपी का उपयोग कुछ समय के अंदर ही करना होता है.
O – One
T – Time
P – Password
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ओटीपी को हिंदी में क्या कहते है
ओटीपी को हिंदी में केवल एक बार ही उपयोग किये जाने वाला पासवर्ड कहते है. आपको इसका उपयोग केवल एक बार ही करना होता है, उसके बाद वह ओटीपी का कोई उपयोग नहीं होता है. और हा! यह केवल कुछ ही देर के लिए उपयोग में लिए जा सकता है. मतलब की, जब भी आपको ओटीपी प्राप्त होता है तो उसका उपयोग आपको कुछ समय के अंदर ही करना होता है, ज्यादा देर के बाद आप उसका उपयोग नहीं कर सकते है.
बैंक की तरफ से जो ओटीपी का मेसेज आता है तो आप उसमे देख सकते है. वो कुछ इस प्रकार का होता है: OTP for [Bank name] debit card ending XXXX is 235689 for single use. Valid till 10:05:27 [Time] keep it confidential. इसमें साफ-साफ़ सभी बाते लिखी गयी होती है. जैसे की आपका ओटीपी नंबर क्या है, ओटीपी कितने समय के लिए मान्य होगा, इत्यादि.
इस One time password को आपने create नहीं करा है. ऑनलाइन लेन-देन करते समय आपके बैंक के द्वारा, आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड भेजा जाता है और किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन में अकाउंट बनाते समय, उस वेबसाइट या एप द्वारा आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर यह वन टाइम पासवर्ड भेजा जाता है. आपको इस OTP को कुछ समय के अंदर ही enter करना होता है अन्यथा वह expire हो जाएगा और आपको दोबारा OTP मंगवाना पड़ेगा. इसके लिए आपको एक option दे दिया जाता है जैसे की Resend OTP पर क्लिक करके आप दोबारा ओटीपी मंगवा सकते हैं, अपने मोबाइल नंबर पर.
तो अब आपका सवाल, ओतप को हिंदी में क्या कहते है इसका जवाब मिल गया होगा. आपके मन में यह भी एक सवाल होगा की कितने अंको का होता है? यहाँ पर इसकी भी जानकारी दी गयी है.
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OTP कितने अंको का होता है
ज्यादातर OTP 4, 6 या फिर 8 अंको के होता है. और यह जरुरी नहीं है की सभी ओटीपी एकसमान अंको के हो. ओटीपी कितने अंको का होगा वह OTP भेजने वाली website या फिर platform पर निर्भर है. वह 4 अंको का, 6 अंको का या फिर 8 अंको का हो सकता है. जैसे की बैंक के द्वारा भेजा जाने वाला ओटीपी ज्यादातर 6 digits का होता है.
OTP का number क्या है
बहोत सारे लोगो को यह सवाल रहता है की मेरा ओतप नंबर क्या है? पर आपको बता दे की यह कोई ऐसा नंबर नहीं है जिसकी आपको याद रखना पड़े. आप जिस भी प्लात्फ्रोम या फिर वेबसाइट में लॉग इन करने के लिए ओटीपी पता करना चाहते है वो आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजा गया होता है. और यदि आपने ईमेल ईद के जरिये लॉग इन किया होगा तो वह आपके ईमेल ID पर भेजा गया होता है.
अब आपको ओटीपी का फुल फॉर्म क्या होता है (OTP full form in Hindi), ओटीपी का पूरा नाम क्या है यह पता चल गया होगा. तो चलिए हम आपको विस्तार से बताते हैं कि ओटीपी का उपयोग क्यों किया जाता है? ऐसी क्या वजह है की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय ओटीपी की मांग की जाती है.
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OTP का इस्तेमाल क्यों किया जाता है
OTP का उपयोग आपके अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. जैसे की हम सभी जानते हैं कि हमें online किसी भी वेबसाइट में या फिर एप्लीकेशन में account create करने के लिए Email ID या फिर mobile number enter करना होता है. और उसके साथ-साथ हम username और password भी enter करते हैं और वहां पर हम अपने मन मुताबिक कोई भी पासवर्ड रख सकते हैं. और अगर वह password किसी के पास है या फिर किसी और को पता चल गया तो वह आपके अकाउंट का उपयोग कर सकता है, वह भी आपको बिना बताए.
इसी समस्या का हल निकालने के लिए ज्यादातर बैंकिंग वेबसाइट, ई-कॉमर्स वेबसाइट, अन्य service related websites OTP मतलब कि one time password का उपयोग करती है. अगर उस app या website में कोई भी action लेने के लिए या कुछ भी purchase करने के लिए OTP आवश्यक होगा तो भले ही आपका अकाउंट कोई और उपयोग कर रहा हो, पर ओटीपी तो आपके मोबाइल नंबर पर ही आएगा. वह आपको ही पता होगा और इस तरह आपके अकाउंट को सुरक्षित करा जाता है.
आपके द्वारा दी गई जानकारी को verify करने के लिए OTP का उपयोग किया जाता है. जब भी आप गूगल अकाउंट बनाते हैं, किसी social media website जैसे की Facebook, Instagram या LinkedIn में अपना अकाउंट बनाते हैं, किसी सर्विस वेबसाइट में अपना account बनाते हैं या फिर online net banking करते है तो आप अपना मोबाइल नंबर डालते है और अगर आपने अकाउंट बनाते समय गलत इंफॉर्मेशन दी जैसे की मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी तो आप उसे वेरीफाई नहीं कर पाएंगे. इससे बचने के लिए भी ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है.
इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपने जो मोबाइल नंबर एंटर किया है वह आप ही का है और अगर future में आपसे मोबाइल नंबर के जरिए contact किया जाए तो वह आपके साथ संभव हो पाए. अगर आप गलत मोबाइल नंबर enter करते हैं, तो OTP आपके पास नहीं आएगा और ऐसे में आप अकाउंट नहीं बना पाएंगे.
इससे indirectly एक यह भी फायदा होता है कि अगर आपने जल्दी-जल्दी में अकाउंट बनाते समय गलती से गलत मोबाइल नंबर डाल दिया, मतलब कि आप मोबाइल नंबर तो सही डालना चाहते थे पर गलती से कुछ और नंबर टाइप हो गया तो ऐसे में जब OTP आपके number पर भेजा जाएगा तो वह OTP आपको नहीं मिलेगा और ऐसे में आप यह जरूर check करेंगे कि आपने नंबर सही डाला है कि नहीं. फिर आप अपना सही नंबर डाल सकते हैं.
इससे यूजर का प्रमाणीकरण भी किया जाता है. अगर OTP की सुविधा ना होती तो कोई भी व्यक्ति आपके मोबाइल नंबर के जरिये अकाउंट बना सकता है. चुकी अब ओटिपी की वजह से यह मुमकिन नहीं रहा है क्योकि जब भी आप अकाउंट बनायेंगे तो आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाता है. इससे इसकी भी पृष्टि की जाती है की आपने जो मोबाइल नंबर इंटर किया है वो आप ही का है.
साथ में, ओटीपी का इस्तेमाल spamming से बचने के लिए भी करा जाता है. अगर आपको spamming क्या होता है यह नहीं पता तो हमारे blog पर स्पैमिंग से related एक विशेष article लिखा गया है. आप उन्हें भी जरुर पढ़े. मान लो अगर कोई website बिना OTP के user को account बनाने की सुविधा प्रदान करती है तो कोई भी व्यक्ति किसी भी mobile number को enter करके registration कर सकता है. और वह account किसी काम के नहीं रहते है और इसकी वजह से spamming भी बढ़ जाता है.
आपको बता दे की इस प्रक्रिया में ज्यादा देर भी नहीं लगती है. महज कुछ ही seconds के अंदर OTP आपके registered mobile number पर भेज दिया जाता है. और इसका कोई चार्ज भी नहीं लगता है.
इसके अलावा ओटीपी के बहोत सारे फायदे है. यह आपके अकाउंट की सुरक्षा के लिए ही होता है. सभी websites जैसे की बैंकिंग वेबसाइट, इ-कॉमर्स वेबसाइट और किसी सरकारी वेबसाइट में ओटीपी वेरिफिकेशन किया जाता है. और यह जरुरी भी है.
तो अब आप जान गए होंगे की ओटीपी क्या होता है (OTP meaning in Hindi), ओटीपी का फुल फॉर्म क्या है (OTP full form in Hindi) और OTP को हिंदी में क्या कहते है, ओटीपी का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और कहा-कहा किया जाता है
Conclusion:
में आशा करता हु कीओटीपी क्या है इसविषय पर लिखा गया यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा होगा और यहाँ पर आपको ओटीपी की सारी जानकारी मिल चुकी होगी.
यहाँ पर हमने जाना की OTP क्या होता है (OTP meaning in Hindi), ओटीपी का मतलब क्या होता है, OTP का पूरा नाम क्या है, ओटीपी कैसे पता करे, ओटीपी कितने अंको का होता है, OTP का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और कहा-कहा किया जाता है ओसे इसके फायदे क्या है.
अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल है तो निचे comment करके जरुर बताये. इसी तरह के लेख पढने अगर आपको पसंद है तो हमें जरुर follow करे. धन्यवाद.